आपने अपने सपनों का घर बनाने का निर्णय लिया है, और अब आप घर की प्लानिंग कर रहे हैं। यह समय आपके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और आपको एक अच्छी शुरुआत की जरूरत है। अपने घर की वास्तु चेक करते समय(vastu for home), वास्तु शास्त्र की मदद से आप इसे सही और सुंदर बना सकते हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि घर की प्लानिंग को सही ढंग से कैसे करें ताकि आपका घर आपके आकार्षणीय सपनों का हिस्सा बन सके।
वास्तु दर्शन: पांच जॉन
1. फायर जॉन
फायर जॉन आपके घर का दिल होता है, यह वह स्थान होता है जहाँ आपका किचन स्थित होना चाहिए। किचन सभी घर की जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, और वास्तु दर्शन के अनुसार, फायर जॉन साउथ ईस्ट दिशा में स्थित होना चाहिए। इससे घर में ऊर्जा का संचालन अच्छा रहता है और आपके जीवन में खुशियों का प्रवेश होता है।
2. वॉटर जॉन
वाटर जॉन आपके घर के उपयोगी और अच्छे वास्तु का प्रतीक होता है। इसे उत्तर पूर्व दिशा में रखना बेहद महत्वपूर्ण है, और इसके उपयोग को सही ढंग से प्लान करना चाहिए। वास्तु दर्शन के अनुसार, यह घर की ऊर्जा को सुधारता है और साथ ही स्नान और शौच के लिए अच्छे स्थान का प्रदान करता है।
3. अर्जुन विंड जॉन
अर्जुन विंड जॉन घर की दृष्टि को बढ़ावा देता है और उसे आकर्षक बनाता है। यह आपके घर के प्रमुख विंडो का स्थान होता है और सही ढंग से प्लेस करने से आपके घर को अधिक खुशनुमा बना सकते हैं। अर्जुन विंड जॉन को नॉर्थ वेस्ट जॉन में रखने से वास्तु के अनुसार आपका किचन या आपका वींडोव सीटिंग बेहतर हो सकता है।
4. सेंटर जॉन
सेंटर जॉन घर की केंद्रीय स्थिति का प्रतीक होता है। इसका मुख्य उपयोग घर के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक में होता है, जैसे कि डाइनिंग एरिया या लिविंग एरिया। सेंटर जॉन को हल्का रखने से आपके घर का यह क्षेत्र खुदरा और आकर्षक दिखेगा।
5. नॉर्थ ईस्ट जॉन
नॉर्थ ईस्ट जॉन घर के लिए बहुत ही पॉजिटिव एरिया होता है और यह वाटर जॉन के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। इसे आपके पूजा रूम के रूप में डिज़ाइन किया जा सकता है, जो घर में सकारात्मक ऊर्जा को प्रोत्साहित करता है और आपके घर को शुभ बनाता है।
वास्तुशास्त्र में सेंटर स्पेस का महत्व
घर का सेंटर स्पेस एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो घर को संतुलित और आकर्षक बनाता है। इसे अच्छे से डिज़ाइन करने से आपके घर में खुदरा और खुशनुमा माहौल बनता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, सेंटर स्पेस को हल्का और खुशनुमा रखने से घर की ऊर्जा अधिक सकारात्मक रूप से प्रवृत्त होती है।
समापन
जब आप अपने घर की प्लानिंग करते हैं, तो वास्तुशास्त्र के माध्यम से यह सुनिश्चित करें कि आप वास्तु के सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं। इससे आपके घर को सुंदर, संतुलित, और ऊर्जापूर्ण बनाने में मदद मिलेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका घर आपके सपनों के मुताबिक हो, वास्तुशास्त्र का ध्यान रखेंहाँ कुछ आम सवाल और उनके उत्तर हैं:
- अपने घर के लिए वास्तु कैसे चुनें? वास्तु के अनुसार अपने घर के लिए योग्य दिशा का चयन करने के लिए, सबसे पहले एक वास्तुशास्त्री से सलाह लें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, आपके घर की प्रारंभिक निर्माण या खरीदारी के समय कुछ महत्वपूर्ण दिशाएं होती हैं जैसे कि साउथ, साउथ-ईस्ट, और नॉर्थ-ईस्ट।
- किस दिशा में प्रॉपर्टी खरीदना अच्छा होता है? प्रॉपर्टी की दिशा का चयन उसके उद्देश्य के आधार पर किया जाता है। यदि आप व्यापार के लिए खरीद रहे हैं, तो पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा अच्छी हो सकती है, जबकि आवासिक प्रॉपर्टी के लिए नॉर्थ और ईस्ट दिशा उपयुक्त हो सकती है।
- बेड किस दिशा की ओर फेस करना चाहिए? वास्तुशास्त्र के अनुसार, आपके बेड को पश्चिम दिशा में फेस करना चाहिए, ताकि आपके नींद का गुणवत्ता बने और स्वास्थ्य में सुधार हो। यह दिशा आपको शांति और सुकून दिलाती है और आपके जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।
- क्या है “अपने घर के लिए वास्तु” की महत्वपूर्ण बातें?
- घर की दरवाजा पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
- रसोई दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित होनी चाहिए।
- नॉर्थ-ईस्ट जोन पूजा रूम के लिए उपयुक्त होता है।
- नॉर्थ-वेस्ट जोन गैस बेडरूम के लिए सुहावना होता है।
- सेंटर स्पेस को खास ध्यान देना चाहिए, जो घर की सामान्य ऊर्जा को प्रवृत्त कर सकता है।
- कैसे पता करें कि वास्तु उपाय की आवश्यकता है? आपके घर में अगर लगातार समस्याएँ हो रही हैं, जैसे कि धन, स्वास्थ्य, या परिवारिक समृद्धि में समस्याएँ, तो वास्तुशास्त्री से परामर्श लेना उपयुक्त हो सकता है। वे वास्तु दोषों को खोजने और सही करने के उपाय सुझा सकते हैं।
यहाँ दिए गए सवालों के उत्तर आपको वास्तुशास्त्र के माध्यम से अपने घर के लिए सही दिशा और वास्तु के मापदंड चुनने में और अपने घर को एक आकर्षक और आनंदमय स्थल बनाएं।